नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम एक ऐसे टॉपिक पर चर्चा करने वाले हैं जो अभी तक का सबसे बड़ा अनसुलझा रहस्य है। अभी तक टॉपिक के ऊपर बहुत सी movie भी बन चुकी है और बहुत सी कहानियां भी सुनने को मिलती है परंतु आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि क्या वाकई में सारी कहानियां सच है और जो अभी तक मूवी में दिखाया गया है क्या यह सारी बातें सच है आज हम जाने वाले हैं बरमूडा ट्रायंगल के रहस्य के बारे मे । हम यहां पर जानेंगे कि आखिर बरमूडा ट्रायंगल कहां है where is Bermuda triangle बरमूडा ट्रायंगल में जहाज क्यों डूब जाते हैं । ऐसा क्या है बरमूडा ट्रायंगल में जिससे कि बरमूडा ट्रायंगल के ऊपर उड़ने वाले हवाई जहाज भी गायब हो जाते हैं ।
बरमूडा ट्रायंगल क्या है । बरमूडा ट्रायंगल किस महाद्वीप में स्थित है
दोस्तों बरमूडा ट्रायंगल , उत्तर पश्चिमी अटलांटिक महासागर पुणे स्थित है और अगर इसके क्षेत्र की बात करें तो यह लगभग 4 लाख km² में फैला हुआ हिस्सा है। इसको ट्रायंगल नाम इसलिए दिया गया क्योंकि 4 लाख km² फीट में यह ट्रायंगल आकृति में बना हुआ क्षेत्र है इस क्षेत्र के अंदर जो भी जहाज प्रवेश करता है ,
तो हवाई जहाज के साथ में कुछ भी हो सकता है जैसे जहाज के compass का काम ना करना , जहाज में इलेक्ट्रिसिटी बंद हो जाना यहां तक कि जहाज का संतुलन बिगड़ जाना। इस प्रकार की घटनाओं जहाज में देखने को मिलती है।
बरमूडा ट्रायंगल की कहानियां mystery of Bermuda triangle
दोस्तों सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि बरमूडा ट्रायंगल में अभी तक किस प्रकार की घटनाएं घट चुकी है क्योंकि अभी तक बरमूडा ट्रायंगल से डरावनी घटनाएं सामने आई है क्योंकि कहा जाता है कि जो भी बरमूडा ट्रायंगल में जाता है वह फिर कभी वापस नहीं आता और इसे कुछ कहानियां सिद्ध भी करती है तो आइए जानते हैं इतिहास में से कौन-कौन सी घटनाएं घट चुकी है बरमूडा ट्रायंगल में
बरमूडा ट्रायंगल की सच्ची कहानी story of Bermuda triangle
सन् 1498 में जब Christopher Columbus अपने समुद्री यात्रा पर थे और उसी दौरान जब वह इस क्षेत्र से गुजर रहे थे तो उनका कंपास काम करना बंद कर दिया था और कुछ मौसम और धीरे-धीरे मौसम भी परिवर्तित होने लगा था आसमान पर बादल छा रहे थे परंतु उन्होंने समय रहते अपने जहाज को दूसरी दिशा में मोड़ दिया और फिर से सारी चीजें नॉर्मल हो गई उन्होंने बाद में यह बातें अपने साथीयों के साथ में साझा की , किस प्रकार की घटना मेरे साथ हुई थी , परंतु उस समय यह पहली घटना थी जब किसी समुद्री यात्री के साथ ऐसा हुआ इसलिए ज्यादा लोगों ने उनके ऊपर विश्वास नहीं किया । बरमूडा ट्रायंगल कहां है
बरमूडा ट्रायंगल की सच्चाई
परंतु इसके बाद में घटनाएं लगातार बढ़ती गई । एक घटना और हुई जिसने सबको चौंका कर रख दिया वह घटना है – सन 1964 में जब Vincent Gaddis (American author) ने अपनी बुक में पहली बार बरमूडा ट्रायंगल का जिक्र किया उन्होंने बताया कि बरमूडा ट्रायंगल में जाने के बाद में जहाज वापस नहीं आते , जहाज डूब जाते हैं परंतु उन्होंने इसका कोई ठोस कारण नहीं बताया कि किस प्रकार से जहाज डूब जाते हैं जिसके कारण बढ़ रहे बना रहा।
बरमूडा ट्रायंगल की सच्चाई Truth of Bermuda Triangle
अब मैं आपको एक ऐसी घटना के बारे में बता रहा हूं जिससे आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि क्या सच में बरमूडा ट्रायंगल में इस प्रकार की घटनाएं होती हैं ?
बातें सन् 1942 के जब अमेरिकन नौसेना के हवाई जहाज अपने security purpose से के लिए ऐसे उत्तर पश्चिम में अटलांटिक महासागर के ऊपर से होते हुए गुजर रहे थे जिसे आज हम बरमूडा ट्रायंगल के नाम से जानते हैं जब वहां से गुजर रहे थे तो अचानक उनके हवाई जहाज में हलचल होने लगी , कंपास काम करना बंद कर देता है और सारे नेविगेशन सिस्टम बंद हो जाते हैं । और हवाई जहाज के सारे कनेक्शन रेडियो स्टेशन से टूट जाते । ना तो बाहर अपनी जानकारी रेडियो स्टेशन तक पहुंचा पा रहे थे और ना ही रेडियो स्टेशन को इनके कुछ जानकारी थी किसी भी प्रकार का कनेक्शन नहीं रहा और हवाई जहाज में भी हलचल होने लगी। और वह हवाई जहाज कहीं गायब हो जाता है इसके बाद में रेस्क्यू टीम भी भेजे जाती है परंतु जो रेस्क्यू टीम भेजी गई थी उनकी भी कोई जानकारी नहीं रहती रेस्क्यू टीम ही गायब हो जाती है ।
bruce gernon 1970 story
सन 1970 में bruce gernon नाम के पायलट लौट कर आते हैं और वह अपने सारे स्टोरी बताते हैं वह कहते हैं कि जब मैं हवाई जहाज चला रहा था तो कुछ इस प्रकार की घटना घटी मौसम बदलने लगा और हवाई जहाज असंतुलित हो गया असंतुलित होकर वह बहुत ही तेज रफ्तार से आगे बढ़ने लगा रफ्तार लगभग 3000 किलोमीटर प्रति घंटे की हिसाब से हो गई थी उन्होंने 3 मिनट में 150 किलोमीटर की दूरी तय कर लेते इसके पीछे क्या कारण था यह हम आगे जाने वाले हैं क्योंकि इसी से बरमूडा ट्रायगल के रहस्य का पता लगेगा ।
बरमूडा ट्रायंगल से जहाज गायब क्यों हो जाते हैं । बरमूडा ट्रायंगल का रहस्य
दोस्तों अब हम जानते हैं बरमूडा ट्रायंगल से जहाज गायब क्यों हो जाते हैं दोस्तों वैज्ञानिकों का यह मानना है की बरमूडा ट्रायंगल अटलांटिक महासागर का ऐसा हिस्सा है जहां पर समुद्र ज्यादा गहरा नहीं है और एक सबसे महत्वपूर्ण कारण है भी है कि अटलांटिक महासागर के नीचे बहुत से छोटे-छोटे सक्रिय ज्वालामुखी स्थित है । जब उनमें विस्फोट होता है तो मिथेन गैस जल में घुल जाती है जिसके कारण जल का घनत्व बहुत ही कम हो जाता है जल का घनत्व कम होने के कारण उस पर ज्यादा दबाव नहीं दिया जा सकता अगर उसके ऊपर से जहाज निकलता है तो जहाज पानी का घनत्व कम होने की वजह से डूब जाएगा । इस पर साधारण इंसान भी तैर नहीं सकता तो यह तो जहाज है यह डूब जाता है ।
चलिए हमने यह तो जाना पर आप जान लेते हैं कि
बरमूडा ट्रायंगल के ऊपर से हवाई जहाज क्यों गायब हो जाते हैं Why do airplanes disappear over the Bermuda Triangle?
दोस्तों हवाई जहाज के गायब होने के पीछे का कारण hexagonal cloud ☁️ हेक्सागोनल क्लाउड ऐसे बादल होते हैं जिसमें बवंडर जैसी हवाएं चलती है। और इन हवाओं की रफ्तार बहुत ही तेज होती है जब भी कोई हवाई जहाज इनके संपर्क में आता है तो वह भी असंतुलित होकर इस बवंडर में घूमने लगता है अगर हवाई जहाज हवा के डायरेक्शन में आता है तो उसकी रफ्तार हवा की रफ्तार के बराबर हो जाती है वहीं पर अगर विपरीत डायरेक्शन में हवाई जहाज आ रहा है तो वह हेक्सागोनल बादल से क्षतिग्रस्त होकर जमीन पर गिर जाता है।
तो दोस्तों इस प्रकार के वैज्ञानिक तथ्य यह साबित करते हैं कि बरमूडा ट्रायंगल केवल एक प्राकृतिक घटना ही है , गलत और कम जानकारी होने के कारणवश हम अच्छे तरीके से समझ नहीं पाए और अभी तक एक रहस्य को तौर पर देखा जा रहा था , पर वैज्ञानिकों ने इसे विस्तारपूर्वक समझा कर रहस्य का पर्दाफाश किया।
दोस्तों हमें आशा है आपको बरमूडा ट्रायंगल की जानकारी मिल गई होगी। आगे आप किस विषय आर्टिकल चाहते हैं कमेंट करके जरूर बताएं। पढ़ने के लिए धन्यवाद 😊❤️