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साइकोलॉजिस्ट कैसे बने हिंदी । How to come a psychologist
H ello friends
इस आर्टिकल में हम जाने वाले हैं मनोवैज्ञानिक कैसे बने
साथ ही साथ आपके मन में उठने वाले सवालों के जवाब जैसे
- मनोवैज्ञानिक ( साइकोलॉजिस्ट ) क्या होते हैं ?
- साइकोलॉजिस्ट में करियर ?
- After 12th career in psychology
- साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए टिप्स
- साइकोलॉजिस्ट बनने में कितनी फीस लगती है ?
- साइकोलॉजिस्ट की सैलरी कितनी होती है ?
👉 साइकोलॉजिस्ट क्या होते हैं ?
दोस्तों मनोवैज्ञानिक नाम से ही स्पष्ट हो रहा है मन की बातों को जानने वाला विज्ञानिक यानी जो दिल की बात समझ ले और उसका निदान निकाले उन्हें मनोवैज्ञानिक ( psychologist )कहते हैं। मनोवैज्ञानिक को काम किसी depression वाले व्यक्ति को depression से बाहर लाना और उसे happy 😃 life जीना सिखा ना अच्छी तरीके से आता है। बहुत बार डॉक्टरों की दी हुई medicine भी काम नहीं करते उससे ज्यादा काम करते हैं psychologist द्वारा दी गई advice। साइकोलॉजिस्ट को human behaviour के बारे में सारी information रहती है। अगर कोई व्यक्ति अपने daily life में बहुत परेशान है तो psychologist उन्हें अच्छी-अच्छी सलाह देते हैं और उनकी life को एक नई दिशा प्रदान करते हैं। इसी कारण उन्हें मनोवैज्ञानिक कहा जाता है।
👉साइकोलॉजी में करियर career in psychology
अब बात आती हम साइकोलॉजी में करियर किस प्रकार बना सकते हैं। ऐसे कौन कौन से क्षेत्र है जहां पर साइकोलॉजिस्ट का अच्छा खासा स्कोप है।
आइए जानते हैं साइकोलॉजिस्ट किन-किन क्षेत्रों में कार्य कर सकते हैं।
1. Health
2. Industry
3. Career
4. Child
5. Sports
👉 1.health
दोस्तों साइकोलॉजिस्ट हेल्थ के मामले में बहुत ही सक्रिय होते हैं यह हमें ऐसी टिप्स देते हैं जो हमें डॉक्टर भी नहीं दे सकते डॉक्टर तो सिर्फ हमें फिजिकली स्ट्रांग बनाते हैं पर साइकोलॉजिस्ट हमें फिजिकल के साथ-साथ मेंटली स्ट्रांग बनाते हैं। मान लीजिए आप कुछ दिनों से बहुत ही ज्यादा डिप्रेशन में है ऐसे में अगर आप साइकोलॉजिस्ट से मिलते हैं और अपने सारे डाउट शेयर करते हैं तो वह आपको बहुत ही बढ़िया बढ़िया टिप्स देकर आपके डिप्रेशन को दूर भी कर सकते हैं। अगर आप एक साइकोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं तो आप हेल्थ और लाइफ कोच में अपना करियर बना सकते हैं।
👉2.Industry
वैसे आपके दिमाग में सवाल तो जरूर उठा होगा कि इंडस्ट्री में साइकोलॉजिस्ट का क्या काम है। तो हम आपको बता दें कि इंडस्ट्री में भी साइकोलॉजिस्ट होते हैं जैसे अगर एक इंडस्ट्री अपना काम कर रही हो और उसे लगातार लॉस हो रहे हैं तो साइकोलॉजिस्ट उस कंपनी को एक सही दिशा निर्देश देते हैं जिसके मुताबिक इंडस्ट्री भी अपने निर्णय लेती है।
एडवर्टाइजमेंट इंटरसिटी बहुत ही व्यापक तौर पर हर कंट्री में फैली हुई है आप एडवर्टाइजमेंट एनालिटिक्स में साइकोलॉजिस्ट बन सकते हैं। इसमें आपका यह काम है कि किस प्रकार के एडवर्टाइज विज्ञापन देखना लोग ज्यादा पसंद करते हैं और किस प्रकार के विज्ञापन बनाकर हम लोगों को अपने प्रोडक्ट की ओर आकर्षित कर सकते हैं यह सारे काम एक साइकोलॉजिस्ट के रिसर्च के बेस पर होते हैं। तो आप इंडस्ट्री में साइकोलॉजी कैरियर जूस कर सकते हैं।
👉3.Career
जीवन में सबसे बड़ा निर्णय हमारे कैरियर का होता है एक करी और अगर सही है तो आपके जीवन को बदल कर रख सकता है और अगर बचपन से ही हमने गलत कैरियर चूस कर लिया तो हमें लाइक में ज्यादा कुछ भी हासिल नहीं हो पाता। आज के समय में अगर देखा जाए तो सबसे ज्यादा साइकोलॉजिस्ट आपको कैरियर क्षेत्र में ही मिलेंगे। 13 साल से 18 साल तक के स्टूडेंट हमेशा कंफ्यूज रहते हैं कि उन्हें कौन सा करियर चयनित करना चाहिए जिससे कि उनका भविष्य एक बड़े मुकाम पर हो। तो इन सब की जानकारी देते हैं करियर कोच साइकोलॉजिस्ट अगर आप भी इच्छुक हैं तो आप करियर को साइकोलॉजिस्ट बन सकते हैं आज के समय में इसमें बहुत अच्छा स्कोप है।
👉4.Child
बच्चे जब तक बड़े नहीं हो जाते तब तक उन्हें हमें ही समझाना पड़ता है क्योंकी 5 साल तक बच्चों को ज्यादा समझ नहीं होते वह अपने थॉट्स शेयर नहीं कर पाते तो इसके लिए साइकोलॉजिस्ट उनकी डेली एक्टिविटीज को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि उनके माइंड में क्या चल रहा है उन्होंने किस चीज की जरूरत है। बहुत बार बच्चे खुश नहीं रह पाते हैं या फिर दूसरे बच्चों से मेलजोल नहीं कर पाते हैं तो इस कंडीशन में हम उन्हें साइकोलॉजिस्ट के पास ले जाते हैं आज के समय में चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट बहुत बढ़िया कैरियर हो सकता है।
👉5.Sports
आज के समय में अगर सबसे ज्यादा कंपटीशन है तो वह है सपोर्ट। बच्चे बचपन से ही स्पोर्ट क्लास ज्वाइन कर लेते हैं फिर भी बहुत कम बच्चे ही अच्छा मुकाम हासिल कर पाते हैं जहां पर कंपटीशन है वहां पर आपको सही ट्रेनर की जरूरत होती है। सपोर्ट भी बहुत प्रकार के होते हैं जिसमें से कौन सा सपोर्ट है इसमें कम कॉन्पिटिशन है इसकी जानकारी भी हमें साइकोलॉजिस्ट से मिलती है साइकोलॉजिस्ट इन के बारे में बहुत अध्ययन करने के बाद में हमें बोसी टिप्स देते हैं जिससे कि हम सपोर्ट में अपना करियर आसानी से बना सकते हैं।
अब जानते हैं –
12वीं के बाद साइकोलॉजिस्ट कैसे बने ?
1.सबसे पहले आपको बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करना है 12वीं कक्षा में आपके कम से कम 60% अंक होना जरूरी है।
2.फिर आपको BA honours in psychology करना है। यह पूरे 3 साल का होता है इसमें आपको डीप में पढ़ाया जाता है। BA किसी भी स्ट्रीम वाले स्टूडेंट कर सकते हैं आर्ट्स, मैथ्स , कॉमर्स , या फिर बायो।
3. अगर आपको BA नहीं करना है तो आप BSc in psychology कर सकते हैं पर इसमें यह रहता है कि इसे बायो साइंस के स्टूडेंट ही कर सकते हैं।
4. अब आपको साइकोलॉजी में मास्टर डिग्री पे करना है MA in psychology मास्टर करने का इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अगर आपको आगे खुद का क्लीनिक खोलना है तो आपको बहुत ही ज्यादा मदद करेगा मास्टर डिग्री। MSc बीएससी वालों के लिए मास्टर 2 साल का होता है।
साइकोलॉजिस्ट बनने में कितना खर्च आता है
दोस्तों साइकोलॉजिस्ट के लिए सरकार द्वारा गवर्नमेंट कॉलेज भी बनाई गई है जिन का खर्चा ₹10 हजार से लेकर 2.5 लाख रुपए तक का खर्चा आता है।
नहीं अगर हम बात करो प्राइवेट कॉलेज की तो यहां पर आपको 1 लाख से 25 लाख तक का भी खर्चा सकता है।
साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए टिप्स।